शब्जी मंडियों पर मुसलमानों का बढ़ता बर्चस्व खत्म होते हिन्दु आढ़ती , जमीन जिहाद , लव जिहाद , के बाद अब शब्जी मंडी जिहाद । #HinduarmyChief मुसलमान कैसे छीनता है आपका व्यवसाय और आपको लगता हैं कि हिंदू व्यवसाय नहीं करना चाहता! #हिन्दूआर्मी

शब्जी मंडियों पर मुसलमानों का बढ़ता बर्चस्व खत्म होते हिन्दु आढ़ती , जमीन जिहाद , लव जिहाद , के बाद अब शब्जी मंडी जिहाद । #HinduarmyChief
मुसलमान कैसे छीनता है आपका व्यवसाय और आपको लगता हैं कि हिंदू व्यवसाय नहीं करना चाहता! #हिन्दूआर्मी

इसके पीछे बहुत बड़ा षड्यंत्र है फूलपुर(प्रयागराज) सब्जी मंडी में। मुसलमानों ने कश्मीर की तरह सब्जी मंडी पर भी कब्जा कर रखा है। #sushiltiwari

सबसे पहले बड़ी सब्जी मंडियों में मुसलमान अपना जिहादी समूह बनाता है। छोटे हिंदू फल विक्रेताओं को कुजडो़(मुसलमानों) द्वारा ₹35 दर्जन का केला ₹45 में देते हैं, जबकि मुसलमानों को वही केला केवल ₹35 में ही देते है। जब इसी सामान सामान को हिंदू छोटे मार्केट में बेचने जाता है तो उसका सामान महगा होता है और मुसलमान का सस्ता। हिंदू ग्राहक भी सस्ते के चक्कर में मुसलमान से ही सामान खरीदना चालू कर देते हैं। कुछ दिन संघर्ष करने के बाद हिंदू फल विक्रेता को अपनी दुकान बंद करनी पड़ती है। इस कारण छोटे हिंदू फल विक्रेता धीरे-धीरे कर खत्म हो जाता है और मुस्लिम फल विक्रेताओं का साम्राज्य स्थापित हो जाता है। फिर सारे मुसलमान मिलकर हिंदू ग्राहकों को ऊंचे दाम पर लूटते है। जैसे ही छोटी जगहों पर मुस्लिम फल विक्रेता स्थापित हो जाता है वह बड़ी मंडियों में केवल मुसलमान व्यापारी से ही सामान खरीदता है। इसी को ‘सब्जी जिहाद’ कहते हैं। #HinduArmy

कभी आपने सोचा सारी सब्जियां तो हिंदू उगाता है फिर भी उसके उसके व्यापारी मुसलमान ही क्यों होता है? बड़ी सब्जी मंडियों में जिहादी समूह बनाकर ऐसा करने में सफल हो जाते हैं। मजबूरन हिंदू किसानों को अपनी सब्जियां सस्ते और औने-पौने दाम पर बेचनी पड़ती है। #हिन्दुराष्ट्र

यह काम गांव प्रतापपुर(प्रयागराज) से लेकर शहर कटरा(प्रयागराज) और महानगरों ओखला(नई दिल्ली) तक हो रहा है। दुर्भाग्य से अधिकतर इन मंडियों के अध्यक्ष हिंदू हैं और मैंने उससे बात करने की कोशिश की लेकिन वे पैसे लेकर चुप है। मैंने एक सप्ताह का समय इस सर्वे को दिया, कई लोगों से बात की, फिर इस निर्णय पर पहुंचा। मुझे यह जानकर आश्चर्य हुआ कि फूलपुर(प्रयागराज) में बड़ा मुस्लिम व्यापारी हिंदुओं को खुलेआम दाम बताता है जबकि मुसलमानों को अपने हाथ को तौलिया से छुपाकर कर उंगली दबाकर दाम बताता है ताकि बगल में खड़े हिंदू को सही दाम पता ना चल सके। #सुशीलतिवारी

आज आप चुप रहो, कल आप के धंधे की बारी होगी! www.hinduarmy.org

।।जय श्री राम ।। सभी हिन्दुओ से आवाहन मंगलवार स्पाताहिक हिन्दुओ का सबसे पवित्र दिवस हिन्दू एकता दिवस मनाए ।। जय बजरंगबली ।। #hinduarmy #सुशीलतिवारी #हिन्दूआर्मी #HINDUARMYCHIEF www.hinduarmy.org वैसे तो हर दिन पावन है परन्तु एक मजहबी कट्टर लोग आपके सामने सोर मचाते है जुमे की नमाज की याद दिलाते है इसलिए हिन्दुआर्मी कहती है चलो मंगलवार को हिन्दुवार बनाते है हिन्दुवार मनाते है । #sushiltiwari

।।जय श्री राम ।। सभी हिन्दुओ से आवाहन मंगलवार स्पाताहिक हिन्दुओ का सबसे पवित्र दिवस हिन्दू एकता दिवस मनाए ।। जय बजरंगबली ।। #hinduarmy #सुशीलतिवारी #हिन्दूआर्मी #HINDUARMYCHIEF www.hinduarmy.org

  1. वैसे तो हर दिन पावन है परन्तु एक मजहबी कट्टर लोग आपके सामने सोर मचाते है जुमे की नमाज की याद दिलाते है इसलिए हिन्दुआर्मी कहती है चलो मंगलवार को हिन्दुवार बनाते है हिन्दुवार मनाते है । #sushiltiwari। 

इस्लाम की रणनीति … . मुस्लिम जनसंख्या बढ़ने से होने वाले दुष्परिणाम कुरान के अनुसार विश्व दो भागों में बँटा हुआ है । देशो की सीमाओं को देखने का इस्लामिक नज़रिया कहता है कि विश्व में कुल मिलाकर सिर्फ़ दो खेमे हैं, पहला दार-उल-इस्लाम (यानी मुस्लिमों द्वारा शासित) और दार-उल-हर्ब (यानी “नास्तिकों” द्वारा शासित)। #HINDUARMYCHIEF #HINDUARMY #SUSHILTIWARI

उनकी निगाह में नास्तिक का अर्थ है जो अल्लाह को नहीं मानता, क्योंकि विश्व के किसी भी धर्म के भगवानों को वे मान्यता ही नहीं देते हैं।
इस्लाम सिर्फ़ एक धर्म ही नहीं है, असल में इस्लाम एक पूजापद्धति तो है ही, लेकिन उससे भी बढ़कर यह एक समूची “व्यवस्था” के रूप में मौजूद रहता है और जीवन के हर क्षेत्र पर पूरा कब्ज़ा करने की चेष्टा करता है ।इसका मूल उद्देश्य है नारी व् कमजोर वर्ग का शोषण करके मर्द के जीवन को अय्याशी से भरपूर रखना क्योंकि इसका जनक एक अय्याश पुरुष मोहम्मद था । इस्लाम की कई शाखायें जैसे धार्मिक, न्यायिक, राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक, सैनिक होती हैं।
इन सभी शाखाओं में सबसे ऊपर, सबसे प्रमुख और सभी के लिये बन्धनकारी होती है धार्मिक शाखा, जिसकी सलाह या निर्देश (बल्कि आदेश) सभी धर्मावलम्बियों को मानना बाध्यकारी होता है।
किसी भी देश, प्रदेश या क्षेत्र के “इस्लामीकरण” करने की एक प्रक्रिया है। जब भी किसी देश में मुस्लिम जनसंख्या एक विशेष अनुपात से ज्यादा हो जाती है तब वहाँ इस्लामिक आंदोलन शुरु होते हैं। शुरुआत में उस देश विशेष की राजनैतिक व्यवस्था सहिष्णु और बहु-सांस्कृतिकवादी बनकर मुसलमानों को अपना धर्म मानने, प्रचार करने की इजाजत दे देती है, उसके बाद इस्लाम की “अन्य शाखायें” उस व्यवस्था में अपनी टाँग अड़ाने लगती हैं। इसे समझने के लिये हम कई देशों का उदाहरण देखेंगे, आईये देखते हैं कि यह सारा “खेल” कैसे होता है ।
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖
जब तक मुस्लिमों की जनसंख्या किसी देश/प्रदेश/क्षेत्र में लगभग 2% के आसपास होती है, तब वे एकदम शांतिप्रिय, कानूनपसन्द अल्पसंख्यक बनकर रहते हैं और किसी को विशेष शिकायत का मौका नहीं देते, जैसे
अमेरिका – मुस्लिम 0.6%
ऑस्ट्रेलिया – मुस्लिम 1.5%
कनाडा – मुस्लिम 1.9%
चीन – मुस्लिम 1.8%
इटली – मुस्लिम 1.5%
नॉर्वे – मुस्लिम 1.8%
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖
जब मुस्लिम जनसंख्या 2% से 5% के बीच तक पहुँच जाती है, तब वे अन्य धर्मावलम्बियों में अपना “धर्मप्रचार” शुरु कर देते हैं, जिनमें अक्सर समाज का निचला तबका और अन्य धर्मों से असंतुष्ट हुए लोग होते हैं, जैसे कि –
डेनमार्क – मुस्लिम 2%
जर्मनी – मुस्लिम 3.7%
ब्रिटेन – मुस्लिम 2.7%
स्पेन – मुस्लिम 4%
थाईलैण्ड – मुस्लिम 4.6%
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖
मुस्लिम जनसंख्या के 5% से ऊपर हो जाने पर वे अपने अनुपात के हिसाब से अन्य धर्मावलम्बियों पर दबाव बढ़ाने लगते हैं और अपना “प्रभाव” जमाने की कोशिश करने लगते हैं।
उदाहरण के लिये वे सरकारों और शॉपिंग मॉल पर “हलाल” का माँस रखने का दबाव बनाने लगते हैं, वे कहते हैं कि “हलाल” का माँस न खाने से उनकी धार्मिक मान्यतायें प्रभावित होती हैं। इस कदम से कई पश्चिमी देशों में “खाद्य वस्तुओं” के बाजार में मुस्लिमों की तगड़ी पैठ बनी। उन्होंने कई देशों के सुपरमार्केट के मालिकों को दबाव डालकर अपने यहाँ “हलाल” का माँस रखने को बाध्य किया। दुकानदार भी “धंधे” को देखते हुए उनका कहा मान लेता है (अधिक जनसंख्या होने का “फ़ैक्टर” यहाँ से मजबूत होना शुरु हो जाता है), ऐसा जिन देशों में हो चुका वह हैं –
फ़्रांस – मुस्लिम 8%
फ़िलीपीन्स – मुस्लिम 6%
स्वीडन – मुस्लिम 5.5%
स्विटजरलैण्ड – मुस्लिम 5.3%
नीडरलैण्ड – मुस्लिम 5.8%
त्रिनिदाद और टोबैगो – मुस्लिम 6%
इस बिन्दु पर आकर “मुस्लिम” सरकारों पर यह दबाव बनाने लगते हैं कि उन्हें उनके “क्षेत्रों” में शरीयत कानून (इस्लामिक कानून) के मुताबिक चलने दिया जाये (क्योंकि उनका अन्तिम लक्ष्य तो यही है कि समूचा विश्व “शरीयत” कानून के हिसाब से चले)।
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖
जब मुस्लिम जनसंख्या 10% से अधिक हो जाती है तब वे उस देश/प्रदेश/राज्य/क्षेत्र विशेष में कानून-व्यवस्था के लिये परेशानी पैदा करना शुरु कर देते हैं, शिकायतें करना शुरु कर देते हैं, उनकी “आर्थिक परिस्थिति” का रोना लेकर बैठ जाते हैं, छोटी-छोटी बातों को सहिष्णुता से लेने की बजाय दंगे, तोड़फ़ोड़ आदि पर उतर आते हैं, चाहे वह फ़्रांस के दंगे हों, डेनमार्क का कार्टून विवाद हो, या फ़िर एम्स्टर्डम में कारों का जलाना हो, हरेक विवाद को समझबूझ, बातचीत से खत्म करने की बजाय खामख्वाह और गहरा किया जाता है, जैसे कि –
गुयाना – मुस्लिम 10%
भारत – मुस्लिम 15%
इसराइल – मुस्लिम 16%
केन्या – मुस्लिम 11%
रूस – मुस्लिम 15% (चेचन्या – मुस्लिम आबादी 70%)
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖
जब मुस्लिम जनसंख्या 20% से ऊपर हो जाती है तब विभिन्न “सैनिक शाखायें” जेहाद के नारे लगाने लगती हैं, असहिष्णुता और धार्मिक हत्याओं का दौर शुरु हो जाता है, जैसे-
इथियोपिया – मुस्लिम 32.8%
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖
जनसंख्या के 40% के स्तर से ऊपर पहुँच जाने पर बड़ी संख्या में सामूहिक हत्याऐं, आतंकवादी कार्रवाईयाँ आदि चलने लगते हैं, जैसे –
बोस्निया – मुस्लिम 40%
चाड – मुस्लिम 54.2%
लेबनान – मुस्लिम 59%
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖
जब मुस्लिम जनसंख्या 60% से ऊपर हो जाती है तब अन्य धर्मावलंबियों का “जातीय सफ़ाया” genocide शुरु किया जाता है (उदाहरण भारत का कश्मीर), जबरिया मुस्लिम बनाना, अन्य धर्मों के धार्मिक स्थल तोड़ना, जजिया जैसा कोई अन्य कर वसूलना आदि किया जाता है, जैसे –
अल्बानिया – मुस्लिम 70%
मलेशिया – मुस्लिम 62%
कतर – मुस्लिम 78%
सूडान – मुस्लिम 75%
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖
जनसंख्या के 80% से ऊपर हो जाने के बाद तो सत्ता/शासन प्रायोजित जातीय सफ़ाई genocide की जाती है, अन्य धर्मों के अल्पसंख्यकों को उनके मूल नागरिक अधिकारों से भी वंचित कर दिया जाता है, सभी प्रकार के हथकण्डे/हथियार अपनाकर जनसंख्या को 100% तक ले जाने का लक्ष्य रखा जाता है, जैसे :
बांग्लादेश – मुस्लिम 83%
मिस्त्र – मुस्लिम 90%
गाज़ा पट्टी – मुस्लिम 98%
ईरान – मुस्लिम 98%
ईराक – मुस्लिम 97%
जोर्डन – मुस्लिम 93%
मोरक्को – मुस्लिम 98%
पाकिस्तान – मुस्लिम 97%
सीरिया – मुस्लिम 90%
संयुक्त अरब अमीरात – मुस्लिम 96%
बनती कोशिश पूरी 100% जनसंख्या मुस्लिम बन जाने, यानी कि दार-ए-स्सलाम होने की स्थिति में वहाँ सिर्फ़ मदरसे होते हैं और सिर्फ़ कुरान पढ़ाई जाती है और उसे ही अन्तिम सत्य माना जाता है, जैसे –
अफ़गानिस्तान – मुस्लिम 100%
सऊदी अरब – मुस्लिम 100%
सोमालिया – मुस्लिम 100%
यमन – मुस्लिम 100%
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖
आज की स्थिति में मुस्लिमों की जनसंख्या समूचे विश्व की जनसंख्या का 22-24% है, लेकिन ईसाईयों, हिन्दुओं और यहूदियों के मुकाबले उनकी जन्मदर को देखते हुए कहा जा सकता है कि इस शताब्दी के अन्त से पहले ही मुस्लिम जनसंख्या विश्व की 50% हो जायेगी (यदि तब तक धरती बची तो)… भारत में कुल मुस्लिम जनसंख्या 15% के आसपास मानी जाती है, जबकि हकीकत यह है कि उत्तरप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और केरल के कई जिलों में यह आँकड़ा २० से ३०% तक पहुँच चुका है… अब देश में आगे चलकर क्या परिस्थितियाँ बनेंगी यह कोई भी (“सेकुलरों” को छोड़कर) आसानी से सोच-समझ सकता है…
(सभी सन्दर्भ और आँकड़े
: डॉ पीटर हैमण्ड की पुस्तक
“स्लेवरी, टेररिज़्म एण्ड इस्लाम – द हिस्टोरिकल रूट्स एण्ड कण्टेम्पररी थ्रेट तथा लियोन यूरिस – “द हज”, से साभार)
Abdus sameer Shekh का लेख।
#HinduArmy #SUSHILTIWARI #HINDUARMYCHIEF

ब्रेकिंग viral news अयोध्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे अयोध्या राम जन्म भूमि परिसर। कर रहे दर्शन पूजन। राम जन्म भूमि सुरक्षा समिति के साथ करेंगे रामलला परिसर में ही बैठक। विश्वामित्र आश्रम में होगी बैठक।12:00 बजे सीएम राम कथा पार्क के लिए होंगे रवाना। राम कथा पार्क में अधिकारियों के साथ करेंगे अयोध्या के विकास कार्य की समीक्षा।

ब्रेकिंग

 

अयोध्या
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे अयोध्या राम जन्म भूमि परिसर। कर रहे दर्शन पूजन। राम जन्म भूमि सुरक्षा समिति के साथ करेंगे रामलला परिसर में ही बैठक। विश्वामित्र आश्रम में होगी बैठक।12:00 बजे सीएम राम कथा पार्क के लिए होंगे रवाना। राम कथा पार्क में अधिकारियों के साथ करेंगे अयोध्या के विकास कार्य की समीक्षा।

मत्स्य भवन (इमामबाड़ा) श्री राम द्वार (रूमी दरवाजा) हज़रत महल पार्क मत्स्य भवन का अंग ,लक्ष्मणपुरी (लखनऊ) #HinduArmyChief #हिन्दुआर्मी #sushiltiwari ने उठाई आवाज पुरातत्व विभाग से हो जांच निकलेगा सच । @shalabhmani @Swamy39 @narendramodi @myogiadityanath @suniltripathi32 @RSSorg https://youtu.be/DHoVnygDlfg

मत्स्य भवन (इमामबाड़ा) श्री राम द्वार (रूमी दरवाजा) हज़रत महल पार्क मत्स्य भवन का अंग ,लक्ष्मणपुरी (लखनऊ) #HinduArmyChief #हिन्दुआर्मी #sushiltiwari ने उठाई आवाज पुरातत्व विभाग से हो जांच निकलेगा सच । @shalabhmani @Swamy39 @narendramodi @myogiadityanath @suniltripathi32 @RSSorg https://youtu.be/DHoVnygDlfg

आज राजभवन में विशेष आमंत्रण हिन्दुआर्मी के तरफ से प्रतिनिधित्व करते हुए । पुष्प प्रदर्शनी के उद्धघाटन के अवसर पर । #HinduarmyChief #sushiltiwari #HINDUARMY

आज राजभवन में विशेष आमंत्रण हिन्दुआर्मी के तरफ से प्रतिनिधित्व करते हुए । पुष्प प्रदर्शनी के उद्धघाटन के अवसर पर । #HinduarmyChief #sushiltiwari #HINDUARMY[clear]

राज्यपाल आनंदीबेन के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को राजभवन में प्रादेशिक फल, शाक-भाजी तथा पुष्प प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। तीन दिवसीय यह प्रदर्शनी जनता के लिए भी खोली गई है।

राजभवन के लॉन में आज से शुरू इस प्रदर्शनी में जौनपुर की विशाल मूली के साथ प्रदेश के हर जिले के प्रख्यात फल, सब्जी तथा पुष्प को रखा गया है। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने आज उद्घाटन समारोह में हर स्टॉल का जायजा लिया।

  • आठ फरवरी तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में राज्यभर के नामचीन किसान, कृषि विशेषज्ञ तथा फल उत्पादक भी पधारेंगे। इस दौरान फल तथा सब्जी के प्रयोग से बनने वाले अचार, सॉस तथा जैम के निर्माण का आसान तरीका भी लोगों को बताया जाएगा। #HinduArmy #भारत

योगीजी का जन्म देवाधिदेव भगवान् महादेव की उपत्यका में स्थित देव-भूमि उत्तराखण्ड में 5 जून सन् 1972 को हुआ। शिव अंश की उपस्थिति ने छात्ररूपी योगी जी को शिक्षा के साथ-साथ सनातन हिन्दू धर्म की विकृतियों एवं उस पर हो रहे प्रहार से व्यथित कर दिया। प्रारब्ध की प्राप्ति से प्रेरित होकर आपने 22 वर्ष की अवस्था में सांसारिक जीवन त्यागकर संन्यास ग्रहण कर लिया। आपने विज्ञान वर्ग से स्नातक तक शिक्षा ग्रहण की तथा छात्र जीवन में विभिन्न राष्ट्रवादी आन्दोलनों से जुड़े रहे। #sushiltiwari #hinduarmychief

जब सम्पूर्ण पूर्वी उत्तर प्रदेश जेहाद, धर्मान्तरण, नक्सली व माओवादी हिंसा, भ्रष्टाचार तथा अपराध की अराजकता में जकड़ा था उसी समय नाथपंथ के विश्व प्रसिद्ध मठ श्री गोरक्षनाथ मंदिर गोरखपुर के पावन परिसर में शिव गोरक्ष महायोगी गोरखनाथ जी के अनुग्रह स्वरूप माघ शुक्ल 5 संवत् 2050 तदनुसार 15 फरवरी सन् 1994 की शुभ तिथि पर गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ जी महाराज ने अपने उत्तराधिकारी योगी आदित्यनाथ जी का दीक्षाभिषेक सम्पन्न किया।

योगीजी का जन्म देवाधिदेव भगवान् महादेव की उपत्यका में स्थित देव-भूमि उत्तराखण्ड में 5 जून सन् 1972 को हुआ। शिव अंश की उपस्थिति ने छात्ररूपी योगी जी को शिक्षा के साथ-साथ सनातन हिन्दू धर्म की विकृतियों एवं उस पर हो रहे प्रहार से व्यथित कर दिया। प्रारब्ध की प्राप्ति से प्रेरित होकर आपने 22 वर्ष की अवस्था में सांसारिक जीवन त्यागकर संन्यास ग्रहण कर लिया। आपने विज्ञान वर्ग से स्नातक तक शिक्षा ग्रहण की तथा छात्र जीवन में विभिन्न राष्ट्रवादी आन्दोलनों से जुड़े रहे।

आपने संन्यासियों के प्रचलित मिथक को तोड़ा। धर्मस्थल में बैठकर आराध्य की उपासना करने के स्थान पर आराध्य के द्वारा प्रतिस्थापित सत्य एवं उनकी सन्तानों के उत्थान हेतु एक योगी की भाँति गाँव-गाँव और गली-गली निकल पड़े। सत्य के आग्रह पर देखते ही देखते राष्ट्र भक्तों की सेना चलती रही और उनकी एक लम्बी कतार आपके साथ जुड़ती चली गयी। इस अभियान ने एक आन्दोलन का स्वरूप ग्रहण किया और हिन्दू पुनर्जागरण का इतिहास सृजित हुआ।

अपनी पीठ की परम्परा के अनुसार आपने पूर्वी उत्तर प्रदेश में व्यापक जनजागरण का अभियान चलाया। सहभोज के माध्यम से छुआछूत और अस्पृश्यता की भेदभावकारी रूढ़ियों पर जमकर प्रहार किया। वृहद् हिन्दू समाज को संगठित कर राष्ट्रवादी शक्ति के माध्यम से हजारों मतान्तरित हिन्दुओं की ससम्मान घर वापसी का कार्य किया। गोसेवा के लिए आम जनमानस को जागरूक करके गोवंशों का संरक्षण एवं सम्वर्धन करवाया। पूर्वी उत्तर प्रदेश में सक्रिय समाज विरोधी एवं राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर भी प्रभावी अंकुश लगाने में आपने सफलता प्राप्त की। आपके हिन्दू पुनर्जागरण अभियान से प्रभावित होकर गाँव, देहात, शहर एवं अट्टालिकाओं में बैठे युवाओं ने इस अभियान में स्वयं को पूर्णतया समर्पित कर दिया। बहुआयामी प्रतिभा के धनी योगी जी, धर्म के साथ-साथ सामाजिक, राजनीतिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से राष्ट्र की सेवा में रत हो गये।

अपने पूज्य गुरुदेव के आदेश एवं गोरखपुर संसदीय क्षेत्र की जनता की मांग पर आपने वर्ष 1998 में लोकसभा चुनाव लड़ा और मात्र 26 वर्ष की आयु में भारतीय संसद के सबसे युवा सांसद बने। जनता के बीच दैनिक उपस्थिति, संसदीय क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले लगभग 1500 ग्रामसभाओं में प्रतिवर्ष भ्रमण तथा हिन्दुत्व और विकास के कार्यक्रमों के कारण गोरखपुर संसदीय क्षेत्र की जनता ने आपको वर्ष 1999, 2004 और 2009, 2014 के चुनाव में निरन्तर बढ़ते हुए मतों के अन्तर से विजयी बनाकर पाँच बार लोकसभा का सदस्य बनाया। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा को भारी बहुमत मिलने के बाद 19 मार्च 2017 को महन्त योगी आदित्यनाथ जी महाराज उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री बनें।

संसद में सक्रिय उपस्थिति एवं संसदीय कार्य में रुचि लेने के कारण आपको केन्द्र सरकार ने खाद्य एवं प्रसंस्करण उद्योग और वितरण मंत्रालय, चीनी और खाद्य तेल वितरण, ग्रामीण विकास मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी, सड़क परिवहन, पोत, नागरिक विमानन, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालयों के स्थायी समिति के सदस्य तथा गृह मंत्रालय की सलाहकार समिति, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और अलीगढ़ विश्वविद्यालय की समितियों में सदस्य के रूप में समय-समय पर नामित किया।

व्यवहार कुशलता, दृढ़ता और कर्मठता से उपजी आपकी प्रबन्धन शैली शोध का विषय है। इसी अलौकिक प्रबन्धकीय शैली के कारण आप लगभग चार दर्जन शैक्षणिक एवं चिकित्सकीय संस्थाओं के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मंत्री, प्रबन्धक या संयुक्त सचिव हैं।

हिन्दुत्व के प्रति अगाध प्रेम तथा मन, वचन और कर्म से हिन्दुत्व के प्रहरी योगीजी को विश्व हिन्दु महासंघ जैसी हिन्दुओं की अन्तर्राष्ट्रीय संस्था ने अन्तर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा भारत इकाई के अध्यक्ष का महत्त्वपूर्ण दायित्व दिया, जिसका सफलतापूर्वक निर्वहन करते हुए आपने वर्ष 1997, 2003, 2006 में गोरखपुर में और 2008 में तुलसीपुर (बलरामपुर) में विश्व हिन्दु महासंघ के अन्तर्राष्ट्रीय अधिवेशन को सम्पन्न कराया। सम्प्रति आपके प्रभामण्डल से सम्पूर्ण विश्व परिचित हुआ।

आपकी बहुमुखी प्रतिभा का एक आयाम लेखक का है। अपने दैनिक वृत्त पर विज्ञप्ति लिखने जैसे श्रमसाध्य कार्य के साथ-साथ आप समय-समय पर अपने विचार को स्तम्भ के रूप में समाचार-पत्रों में भेजते रहते हैं। अत्यल्प अवधि में ही ‘यौगिक षटकर्म’, ‘हठयोग: स्वरूप एवं साधना’, ‘राजयोग: स्वरूप एवं साधना’ तथा ‘हिन्दू राष्ट्र नेपाल’ नामक पुस्तकें लिखीं। श्री गोरखनाथ मन्दिर से प्रकाशित होने वाली कई पुस्तकों के सम्पादक, मासिक योग पत्रिका ‘योगवाणी’ के आप प्रधान सम्पादक हैं तथा ‘हिन्दवी’ साप्ताहिक समाचार पत्र के प्रधान सम्पादक रहे। आपका कुशल नेतृत्व युगान्तकारी है और एक नया इतिहास रच रहा है।

व्यक्तित्व के विभिन्न आयाम


भगवामय बेदाग जीवन- योगी आदित्यनाथ जी महाराज एक खुली किताब हैं जिन्हे कोई भी कभी भी पढ़ सकता है। उनका जीवन एक योगी का जीवन है, सन्त का जीवन है। पीड़ित, गरीब, असहाय के प्रति करुणा, किसी के भी प्रति अन्याय एवं भ्रष्टाचार के विरुद्ध तनकर खड़ा हो जाने का निर्भीक मन, विचारधारा एवं सिद्धान्त के प्रति अटल, लाभ-हानि, मान-सम्मान की चिन्ता किये बगैर साहस के साथ किसी भी सीमा तक जाकर धर्म एवं संस्कृति की रक्षा का प्रयास उनकी पहचान है।

पीड़ित मानवता को समर्पित जीवन – वैभवपूर्ण ऐश्वर्य का त्यागकर कंटकाकीर्ण पगडंडियों का मार्ग उन्होंने स्वीकार किया है। उनके जीवन का उद्देश्य है – ‘न त्वं कामये राज्यं, न स्वर्ग ना पुनर्भवम्। कामये दुःखतप्तानां प्राणिनामर्तिनाशनम्।। अर्थात् ‘‘हे प्रभो! मैं लोक जीवन में राजपाट पाने की कामना नहीं करता हूँ। मैं लोकोत्तर जीवन में स्वर्ग और मोक्ष पाने की भी कामना नहीं करता। मैं अपने लिये इन तमाम सुखों के बदले केवल प्राणिमात्र के कष्टों का निवारण ही चाहता हूँ।’’ पूज्य योगी आदित्यनाथ जी महाराज को निकट से जानने वाला हर कोई यह जानता है कि वे उपर्युक्त अवधारणा को साक्षात् जीते हैं। वरना जहाँ सुबह से शाम तक हजारों सिर उनके चरणों में झुकते हों, जहाँ भौतिक सुख और वैभव के सभी साधन एक इशारे पर उपलब्ध हो जायं, जहाँ मोक्ष प्राप्त करने के सभी साधन एवं साधना उपलब्ध हों, ऐसे जीवन का प्रशस्त मार्ग तजकर मान-सम्मान की चिंता किये बगैर, यदा-कदा अपमान का हलाहल पीते हुए इस कंटकाकीर्ण मार्ग का वे अनुसरण क्यों करते?

सामाजिक समरसता के अग्रदूत- ‘जाति-पाँति पूछे नहिं कोई-हरि को भजै सो हरि का होई’ गोरक्षपीठ का मंत्र रहा है। महायोगी गोरक्षनाथ ने भारत की जातिवादी-रूढ़िवादिता के विरुद्ध जो उद्घोष किया, उसे इस पीठ ने अनवरत जारी रखा। गोरक्षपीठाधीश्वर परमपूज्य महन्त अवेद्यनाथ जी महाराज के पद-चिह्नों पर चलते हुए पूज्य योगी आदित्यनाथ जी महाराज ने भी हिन्दू समाज में व्याप्त कुरीतियों, जातिवाद, क्षेत्रवाद, नारी-पुरुष, अमीर-गरीब आदि विषमताओं, भेदभाव एवं छुआछूत पर कठोर प्रहार करते हुए, इसके विरुद्ध अनवरत अभियान जारी रखा है। गाँव-गाँव में सहभोज के माध्यम से ‘एक साथ बैठें-एक साथ खाएँ ‘ मंत्र का उन्होंने उद्घोष किया।

भ्रष्टाचार-आतंकवाद-अपराध विरोधी संघर्ष के नायक – योगी जी के भ्रष्टाचार-विरोधी तेवर के हम सभी साक्षी हैं। अस्सी के दशक में गुटीय संघर्ष एवं अपराधियों की शरणगाह होने की गोरखपुर की छवि योगी जी के कारण बदली । अपराधियों के विरुद्ध आम जनता एवं व्यापारियों के साथ खड़ा होने के कारण पूर्वी उत्तर प्रदेश में अपराधियों के मनोबल टूटे। पूर्वी उत्तर प्रदेश में योगी जी के संघर्षों का ही प्रभाव था कि माओवादी-जेहादी आतंकवादी इस क्षेत्र में अपने पॉव नही पसार पाए। नेपाल सीमा पर राष्ट्र विरोधी शक्तियों की प्रतिरोधक शक्ति के रुप में हिन्दु युवा वाहिनी सफल रही है। आज उनका यही स्वरूप माननीय मुख्यमंत्री के रूप में सबके सामने है। प्रदेश भ्रष्टाचार-आतंक एव अपराध मुक्त होने की राह पर तेजी से बढ़ चला है।

शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवा के पुजारी- सेवा के क्षेत्र में शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र को प्राथमिकता दिये जाने के गोरक्षपीठ द्वारा जारी अभियान को पूज्य योगी आदित्यनाथ जी महाराज ने भी और सशक्त ढंग से आगे बढ़ाया। योगी जी के नेतृत्व में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद् द्वारा अनवरत आज चार दर्जन से अधिक शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थाएँ गोरखपुर एवं महाराजगंज जनपद में कुष्ठरोगियों एवं वनटांगियों के बच्चों की निःशुल्क शिक्षा से लेकर बी0एड0 एवं पालिटेक्निक जैसे रोजगारपरक सस्ती एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का भगीरथ प्रयास जारी है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय ने अमीर-गरीब सभी के लिये एक समान उच्च कोटि की स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध करायी है। निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों ने जनता के घर तक स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुचायी जाती हैं।

विकास के पथ पर अनवरत गतिशील – योगी आदित्यनाथ जी महाराज के व्यक्तित्व में सन्त और जननेता के गुणों का अद्भुत समन्वय है। ऐसा व्यक्तित्व विरला ही होता है। यही कारण है कि एक तरफ जहॉ वे धर्म-संस्कृति के रक्षक के रूप में दिखते हैं तो दूसरी तरफ वे जनसमस्याओं के समाधान हेतु संवेदनशील रहते हैं। सड़क, बिजली, पानी, खेती आवास, दवाई और पढ़ाई आदि की समस्याओं से प्रतिदिन जुझती जनता के दर्द को समझने वाले जन-नेता के रूप में उनकी ख्याति के आज सभी साक्षी बन रहे हैं।

Viral News हिन्दुआर्मी के केंद्रीय नेतृत्व ने आज दिनांक 29 जनवरी 2021 को लिया फैसला । सुशीलतिवारी तिवारी होंगे हिन्दुआर्मी के नए चीफ । New chief of Hindu Army #HinduarmyChief #Sushiltiwari wishes By Founder Mr Sunil Tripathi

हिन्दुआर्मी के केंद्रीय नेतृत्व ने आज दिनांक 29 जनवरी 2021 को लिया फैसला । सुशीलतिवारी तिवारी होंगे हिन्दुआर्मी के नए चीफ ।

Logo of Hindu Army

हिन्दुआर्मी के केंद्रीय नेतृत्व ने आज दिनांक 29 जनवरी 2021 को लिया फैसला । सुशीलतिवारी तिवारी होंगे हिन्दुआर्मी के नए चीफ ।

@myogiadityanath
@amitmalviya
@RSSorg @shalabhmani #HinduArmyChief @Sushil4Hindu #SushilTiwari

हिन्दुआर्मी के केंद्रीय नेतृत्व ने आज दिनांक 29 जनवरी 2021 को लिया फैसला । सुशीलतिवारी तिवारी होंगे हिन्दुआर्मी के नए चीफ ।

हिन्दुआर्मी के केंद्रीय नेतृत्व ने 29 जनवरी के अहम बैठक में लिए गए निर्णय में हिन्दुआर्मी के चीफ सुशीलतिवारी को कमान देने के पक्ष में दी सर्वसम्मति से मंजूरी ।

केंद्रीय पदाधिकारी संस्थापक अध्यक्ष रणधीर सिंह ने ये जानकारी साझा करते हुए बताया कि एक वर्ष पहले से हिन्दुआर्मी की कमान मजबूत हाथों में देने का चल रहा था मंथन और महामंथन के बाद ये महत्वपूर्ण निर्णय लेने में केंद्रीय नेतृव सफल रहा ।

हिन्दुआर्मी के संस्थापक पंडित सुनील त्रिपाठी सहित वरिष्ठ पदाधिकारियों के बैठक में अखिल भारतिय हिन्दू शिखर सम्मेलन , इस्लामुक्त भारत , हिन्दू राष्ट्र , हिन्दू नववर्ष , ज्ञानवापी मस्जिद काशी से हटाने पर योजनाएं बनाई गई । चुकी 15 जनवरी के एक महत्वपूर्ण बैठक में केंद्रीय पदाधिकारियों ने निर्णय ले लिया था लेकिन अन्तिम मुहर 29 जनवरी को लगी कि हिन्दुआर्मी के नए चीफ़ सुशीलतिवारी ही होंगे । http://hinduarmy.org/?p=25457

Viral News on Twitter कोई भी पत्रकार बन सकता है ना डिग्री चाहिए,ना अनुभव,बस मोदीजी को गाली देना आना चाहिए !! Shalabh Mani Tripathi @shalabhmani

चूरन बेचते हों या मुर्गा लुटियंस के दरबारी संपादकों के लिए कोई भी पत्रकार बन सकता है ना डिग्री चाहिए,ना अनुभव,लिखने पढने की तो जरूरत ही नहीं,व्हाट्सपिया,फेसबुकिया भी चलेंगे भौकाल से मैग्सेसे भी मिलेगा !! बस मोदीजी को गाली देना आना चाहिए !! #बोल कि लब फुल आजाद हैं तेरे 

viral news post by hinduarmy.org tweet by shree Shalabh Mani Tripathi @shalabhmani
सूचना सलाहकार (माननीय मुख्यमंत्री, उप्र), प्रवक्ता, भारतीय जनता पार्टी(उप्र), स्तंभकार

viral news by HINDU ARMY राष्ट्र धर्म सर्वोपरि होना चाहिए: योगी आदित्यनाथ

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि हमारा सार्वजनिक जीवन हमें एक ही धर्म यानी ‘राष्ट्र धर्म’ की प्रेरणा देता है और इसे सर्वोपरि रखा जाना चाहिए.

राष्ट्र धर्म सर्वोपरि होना चाहिए: